अपना घर आश्रम, नौबस्ता, गल्लामंडी,
कानपुर नगर
कानपुर, उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख बड़ी आबादी वाला औद्योगिक शहर है। यह शहर
गंगा नदी के दक्षिणी तट पर बसा है. कानपुर को भारत के मैनचेस्टर के नाम से
भी जाना जाता था वर्तमान में अपना घर आश्रम नौबस्ता गल्लामंडी में
इस्थित है जिस्मे 50 से अधिक प्रभु जी निवास करते हैं और उनकी देखभाल की
जाती है। इस आश्रम में सभी को उपचार, देखभाल और आश्रय प्रदान किया जाता
है।
हर जरूरतमंद, असहाय, बीमार व्यक्ति को तत्काल सेवाएं प्रदान करने तथा उन्हें
मौके से तुरंत बचाने के लिए हेल्पलाइन No – 9936155519 कार्यरत हैं।
हमारी परियोजना
संगठन की नीति के अनुसार प्रत्येक बेघर, असहाय, निराश्रित व्यक्ति को आश्रम में अनिवार्य
रूप से भर्ती किया जाना चाहिए, क्योंकि उस गंभीर स्थिति में सीमित आवासीय और अन्य
सुविधाओं के आधार पर उसे प्रवेश देने से मना नहीं किया जाता सभी को लावारिस
आशायजनो को निश्चितरूप से प्रवेश दिया जाता है और उनकी मूलभूत अवश्यक्ताओ
वस्त्र, अश्रह, भोजन और चिकित्सा की व्यवस्था की जाती है।
मानसिक रूप से अस्वस्थ पुरुष और महिला
अपना घर में मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों की संख्या सबसे अधिक है। चूंकि इनका
उपचार आजीवन चलता है, इसलिए परिवारों के लिए इन्हें संभालना बहुत कठिन होता है। इसलिए
गरीबी और सामाजिक स्थिति के कारण इनके परिवार वाले इन्हें अक्सर धार्मिक और अन्य
सार्वजनिक स्थानों पर छोड़ देते हैं, या उपेक्षा के कारण ये व्यक्ति अपने परिवार से अलग हो
जाते हैं। इन स्थानों पर इनके लिए कोई देखभाल, भोजन और अन्य सुविधाएं नहीं होती हैं,
इसलिए इनकी हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जाती है और इनमें कई संक्रामक समस्याएं होती
हैं। इन कठिन और दर्दनाक स्थितियों में, संस्था इन्हें रेलवे स्टेशन, धार्मिक और अन्य सार्वजनिक
स्थानों जैसे विभिन्न स्थानों से बचाती है। और पुरुष और महिला के लिए अलग-अलग ज़मीन भी
हैं। पीड़ित मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों के लिए भी अलग से व्यवस्था और सुविधाएं
प्रदान की जाती हैं।
Apna Ghar

जांच, ऑपरेशन और इलाज
अधिकांश प्रभुजी बहुत ही गंभीर व दर्दनाक हालत में आटे हैं। उन्हें भर्ती होते ही तत्काल जांच व उपचार की आवश्यकता होती है जिंका सरकारी या अन्य हितैषी के स्तर पर प्रभुजी की सभी
जानचेन और उपचार होता है.
शिक्षा
संस्था के पिचे 8वीं कक्षा तक का सरकारी स्कूल चल रहा है जिसमें जरुरतमंद बच्चों को
दाखिला दिलाया जाता है और इनकी पढाई संबंधि सभी अवसरों को पूरा किया जाता है
है. जिसे उन्हें उचित शिक्षा, उचित स्वास्थ्य और संस्कारमिल सके ताकि वे जीवन की
चुनौतियों का आसानी से सामना कर सकें और अपनी इच्छानुसार अपने सपनों को पूरा कर सकें।
इसके अलावा, कच्ची बस्तियों में रहने वाले सरकारी स्कूलों के जरूरतमंद गरीब विद्यार्थियों को
हर साल पाठ्य सामग्री, का वितरण भी संस्था द्वारा किया जाता है।
वस्त्र एवं कम्बल वितरण
ऐसे बहुत से परिवार हैं जिनके पास नाममात्र के खराब कपड़े और अन्य सामान होते हैं जो किसी
काम के नहीं रह जाते। ये कपड़े गरीब और जरूरतमंद परिवारों के काम आते हैं। इसलिए इस
परियोजना के तहत संपन्न परिवारों के पास जो कपड़े और अन्य सामान होते हैं, उन्हें आश्रम मे एकत्र किया जाता है और फिर उन्हें जरूरतमंद गरीब लोगों में बांटा जाता है।
अपना घर
सुचना सेवा साथी
अपना घर सुचना सेवा साथी
का मुख्य उद्देश्य अपने क्षेत्र के बेघर असहाय निराश्रित
व्यक्तियों को बचाकर उन्हें प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराना तथा अपना घर आश्रम में
भर्ती कराना है, ताकि असहाय निराश्रित प्रभुजी को अविलंब चिकित्सा व अन्य सेवाएं मिल सकें
तथा उनका जीवन बचाया जा सके।
चिकित्सा जांच स्वास्थ्य शिविर
संस्थान द्वारा जरूरतमंद गरीब व्यक्तियों के लिए निःशुल्क चिकित्सा स्वास्थ्य जांच शिविर
(मोतियाबिंद एवं सुपर स्पेशियलिटी) भी आयोजित किए जाते हैं। ये शिविर आमतौर पर अपना
घर आश्रम परिसर नौबस्ता गल्लामंडी में आयोजित किए जाते हैं। इन शिविरों से हर साल
बहुत से सामाजिक लोग भी लाभान्वित होते हैं।
विवाह में सहायता , विशेष रूप से जरूरतमंद
लड़कियों के लिए
संस्था द्वारा अत्यंत गरीब परिवारों की लड़कियों के विवाह में सहयोग प्रदान किया जाता है।
इसके अलावा आश्रम में रहने वाली प्रभुजी की जो लड़कियां विवाह योग्य आयु की हो जाती हैं
और पूर्ण स्वस्थ हो जाती हैं, संस्था द्वारा समाज में उनके लिए उपयुक्त वर का चयन कर
उनकी शादी कराई जाती है।
वृक्षारोपण
पर्यावरण को बचाने के लिए संस्थान हर साल विभिन्न स्थानों पर विलायती कराता है।इन
पौधों की देखभाल आश्रम और gramin समिति के सदस्य करते हैं, ताकि पौधरोपण को सफल
बनाया जा सके।
स्कूल के बच्चों के साथ कार्यक्रम
इसकूली बच्चों के लिए कार्यक्रम किये जाते हैं जिसमें उन्हें स्वच्छता का महत्व
बताते हैं सफाई से रहने के तरीके अपने के लिए प्रेरित किया जाता है और पोषण के लिए
जूस, इलेक्ट्रोल, हैंडवाश आदि का वितरण किया जाता है।
जैविक उत्पदान
संस्थान का उद्देश्य है कि सभी को शुद्ध भोजन मिले जिसके लिए गांव में किसानो को
बिना रसायन उपयोग के उत्पद पेड़ा करने के लिये जैविक खाद, अमृत खाद का उपयोग करें
के लिए अभ्यास कराया जाता है साथ ही भुगतान बढ़ाने के लिए उन्हें ऊंचा
गुणवत्ता वाला बीज वितृत किया जाता है और उन्हें मंडप खेती, मल्चिंग, ड्रिप और
स्प्रिंकलर सिचाई के माध्यम से खेती करने का अभ्यास किया जाता है।
जल संरक्षण
पानी के प्रबंधन और उचित उपाय के लिए ग्रामीण जानो को प्रशिक्षित किया जाता है साथ
हाय खेत का पानी खेत में रहे इसके लिए संस्थान द्वार गाँव में मेढ़बंधी, चेकडैम,
गैबियन आदि का निर्माण किया जाता है जिसे भुजाल इस्तर बढ़ाया जा सके।
अगामी योजना
जनपद कानपुर एक बड़ी आबादी वाला शहर है जिसकी सेवा पाने वाले लावारिश
प्रभुजनो की सांख्य लगभाग 10000 है। अत: संस्थान को 200 प्रभुजनों को आवास
व्यवस्था हेतु भवन निर्माण किया जाना प्रचलित है।